हरदा/टिमरनी। जिला पुलिस अधीक्षक अभिनव चौकसे तथा एएसपी एवं एसडीओपी के मार्गदर्शन में टिमरनी पुलिस ने रिपोर्ट के तत्काल बाद हत्या के आरोपी को चंद घंटो में पकड़ने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। जानकारी के अनुसार 30 अगस्त को पिपल्या-कलां निवासी फरियादी रामसिह उर्फ रामू कहार ने रिपोर्ट कर बताया कि उसका तीन भाई हैं। बजे भाई राजू उसके घर के बगल में रहता है। तथा मंझला भाई विजय सिह कहार खातेगाँव मे अपने परिवार के साथ रहता है। परिवार में वह सबसे छोटा भाई है जो गाँव में अपनी माँ कमला बाई के साथ रहता है। उसने बताया कि 30 अगस्त की सुबह 8 बजे वह पशुओ के लिए चारा लेने खेत गया था। तब घर मां कमलाबाई अकेली थी। एक घंटे बाद जब वह 9 बजे चारा लेकर घर आया तो देखा कि मां कमलाबाई के सीने के पर बैठकर उसका बड़ा भाई राजू दोनों हाथों से मां का मुंह एवं नाक दबा रहा था। फिर मुझे देखकर भाई राजू मां की नाक में पहनई हुई सोने की लोंग निकालकर चला गया। जब मैने पास जाकर देखा तो माँ मर चुकी है। इस पर टिमरनी थाने में अपराध क्र 441/25 धारा 103 (1) BNS का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
रिपोर्ट के बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस बल ने जांच शुरू कर हत्या के फरार राजू कहार की गिरफ्तारी करने अलग अलग टीमों का गठन कर संभावित स्थानों पर भेजा गया। वहीं मर्ग जांच में मौके की कार्यवाही, घटनास्थल का नक्शा मौका, साक्ष्य संकलन हेतु बारीकी से छानबीन की गई। ठीक 4 घंटे में टीम ने राजू को तलाश कर थाने लाया गया। वहां आरोपी ने मां कमलाबाई का मुंह दबाकर हत्या करना कबूल किया है। इस तरह चंद घंटों में ही आरोपी की पतारसी की जा सकी।
कार्रवाई में मुख्य भूमिका-
इस कार्रवाई में एसडीओपी आकांक्षा तलया, निरीक्षक सुभाष दरश्यामकर, एसआई कमलेश रघुवंशी, एएसआई हेरम्ब पांडे, प्रधान आरक्षक सरजू उईके, अनूप कामले, धर्मेन्द्र पटवारी, आरक्षक शैलेन्द्र राजपूत, संजू चौहान, मुकेश धुर्वे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।