प्रदीप शर्मा संपादक

मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव की नीति और कार्यशैली कैसी होगी, सभी ओर इसके कयास लगाए जा रहे हैं। मगर शुरूआती कदमों को देखकर लगता है कि श्री यादव की कार्यशैली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम आदित्य नाथ योगी की तरह होगी। राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान पर प्रधानमंत्री श्री मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित अनेक केंद्रीय नेताओं और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच पद की शपथ लेकर दिखा दिया कि वे समय-समय पर अपने इन्हींं आदर्शों से सलाह मशविरा कर राजकाज चलाएंगे। डाॅ. यादव की पहली कैबिनेट में लिए कुछ फैसलों से लगता है कि वे सरकार चलाने में कहीं कोई समझौता नहीं करेंगे। वे इन्हें सख्ती के साथ अमल में लाने के लिए भी प्रतिबद्ध रहेंगे।

पद की शपथ लेने के बाद सबसे पहले प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा से भेंटकर उन्होंने बहुत सारी टिप्स भी ली होंगी। माना जा रहा है कि उनके कार्य करने का अंदाज भी पूर्व गृहमंत्री डाॅ.मिश्रा की तरह होगा। इसमें वह कभी पीछे नहीं हटेंगे।
कैबिनेट के कुछ चर्चित फैसले
मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव की पहली कैबिनेट में यूं तो कई फैसले लिए गए हैं। मगर कुछ निर्णय ऐसे हैं जिनसे उनकी भावी शैली की झलक मिलती है। कैबिनेट की बैठक में उन्होंने सभी जिलों में प्रधानमंत्री एक्सीलैंस स्कूल बनवाने का निर्णय लेकर बताया कि वे केंद्र की सभी योजनाओं को प्राथमिकता देकर कार्य करेंगे। वहीं सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का हवाला देकर धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर के उपयोग पर रोक लगाने का निर्णय लिया। इसी प्रकार लोक-स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए खुले में मांस बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय लेकर जता दिया कि अच्छे कार्यों की दिशा में वे कहीं कोई समझौता नहीं करेंगे।
