हरदा। प्रदेश में बाल मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष स्वास्थ्य एवं महिला-बाल विकास विभाग के समन्वय से दस्तक अभियान चलाया जाता है। वर्ष में 2 बार अधिकतम 6 माह तथा न्यूनतम 4 माह के अंतराल में यह अभियान
चलाया जाता है। प्रथम चरण में 5 वर्ष आयु तक बच्चों की चिकित्सीय जांच कर बीमारियों की पहचान एवं त्वरित उपचार पर बल दिया जाता है। यह अभियान जिले में 18 जुलाई से 31 अगस्त तक चलाया जाएगा। इसमें बच्चों की स्क्रीनिग कर समुचित उपचार किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एचपी सिंह ने बताया कि दस्तक अभियान में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त दल घरोंघर दस्तक देकर प्रत्येक बच्चे की जांच करेंगे। इसमें निमोनिया पीड़ित बच्चों की जांच, इलाज, कुपोषित की जांच व पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करने, दस्त व डायरिया से पीड़ित बच्चों के पालको को ओआरएस घोल बनाने की जानकारी दी जाएगी।