
हृदयभूमि खेती-किसानी।
किसानों द्वारा अब अपनी खेती में नित नए नवाचार कर अच्छी आय प्राप्त की जा रही है। ये किसान पारंपरिक खेती छोड़कर नई पद्धति से फसलों की खेती करके अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। इसके विपरीत पारंपरिक खेती करने वाले किसान बड़े खेत और खूब मेहनत करने के बावजूद खास आमदनी हासिल नहीं कर पा रहे हैं।
इन दिनों खेती में नवाचार कर मनमाना मुनाफा पाने वाले किसानों में कर्नाटक के बेलगावी जिले में स्थित ऐनापुर गांव के किसान रतनकुमार पाटिल काफी शुमार है।
उन्होंने पारंपरिक फसलों की जगह शिमला मिर्च की खेती शुरू की और कुछ ही दिनों में लाखों में खेलने लगे हैं। मात्र 75 दिन पहले उन्होंने शिमला मिर्च के पौधे लगाए थे। इन पौधों से उन्हें अब तक 14 टन फसल मिल चुकी है। इससे वे 4 लाख रुपये की कमाई कर चुके हैं।
किसान रतनकुमार पाटिल के पास 12 एकड़ खेत है। उनके गांव में अधिकांश किसान गन्ने की खेती करते हैं, लेकिन भारी बाढ़ से हर साल फसल को तगड़ा नुकसान पहुंचता है। ऐसे में खेती से अधिक आमदनी प्राप्त करने के लिए उन्होंने मात्र एक एकड़ जमीन में उन्होंने शिमला मिर्च की खेती शुरू की थी। उनका यह नवाचार सफल रहा।
उन्होंने नर्सरी से प्रोफेसर कंपनी के शिमला मिर्च के 16000 पौधे लाकर शुरूआत की। फसल में नमी बनाए रखने के लिए उन्होंने मल्चिंग पेपर का उपयोग किया। मात्र 75 दिन बाद जब पहली फसल आई तो खुद उन्हें भी रिजल्ट देख कर यकीन नहीं हुआ। उन्हें पहली ही कटाई में 14 टन शिमला मिर्च प्राप्त हुई। इसे बेलगावी और महाराष्ट्र की मंडियों में उन्होंने 40 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचकर वे अब तक 4 लाख कमा चुके हैं। यही नहीं अभी और 10 लाख रुपये कमाने की उन्हें पूरी उम्मीद है।
