हरदा/ गर्मी के मौसम में अक्सर बिजली बिल बढ़ जाता है, जिसकी वजह कुछ जरूरी उपकरणों का इस्तेमाल तथा उनके रखरखाव में कमी होती है। जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे ए.सी., कूलर, पंखों का इस्तेमाल बढ़ जाता है। ऐसे में आपका बिजली का बिल ना बढ़े, इसके लिए मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कुछ कारगर तरीके सुझाये हैं।
एसी इस्तेमाल करने वाले अपने एसी का टेम्प्रेचर 27 डिग्री पर सेट करें। इससे नीचे टेम्प्रेचर करने पर कंप्रेशर पर लोड बढ़ता है। एसी भी ज्यादा देर चलने से बिजली ज्यादा खर्च होती है। बेहतर होगा कि एसी के साथ कमरे में पंखा भी चलाएं। एसी के एयर फिल्टर को हर 10-15 दिनों में अच्छी तरह धोकर साफ करें। फिल्टर में धूल जमने में आपको पूरी ठंडक नहीं मिलती और ज्यादा देर तक चलाना पड़ता है। एसी कमरों के खिड़की-दरवाजे एसी चलने दौरान मजबूती से बंद रखें। दरवाजे-खिड़कियों में झिरियां हों तो उन्हें थर्माेकोल आदि से सील कर दें।
कूलर से पूरी ठंडक पाने के लिए जरूरी है कि कूलर जितनी हवा फेंक रहा है उतनी हवा कमरे से बाहर निकलने का भी पूरा इंतजाम हो। कूलर के पैड खराब हो गये हैं तो उन्हें बदलवा लें। कूलर के पंखे और पंप की आइलिंग ग्रीसिंग के साथ ही कंडेंसर की जांच जरूर करायें। पुराने रेगूलेटर की जगह इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर लगवाएं, इससे बिजली कम खर्च होती है।
इसी तरह पंखे इस्तेमाल करने के दौरान जरूरी है कि घर के सब पंखों की सर्विसिंग करा लें। खराब कंडेंसर, बाल बेयरिंग इत्यादि को तुरंत बदलवा लें, वहीं पंखे में इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर का इस्तेमाल करें। रेफ्रिजरेटर इस्तेमाल करने में भी सावधानी रखें। गर्मी का मौसम शुरू होने के पहले रेफ्रिजरेटर की जांच करा लें। रेफ्रिजरेटर का दरवाजा बार-बार खुलने, ज्यादा देर खुला रहने से कंप्रेशर को फ्रिज का टेम्प्रेचर बनाने में ज्यादा मेहनत लगती है। जिससे बिजली की खपत अधिक होगी और बिल बढ़ेगा। एकदम गर्मागर्म खाना या दूध फ्रिज में न रखें। ऐसा करने से भी कंप्रेशर को ज्यादा देर चालू रहना पड़ता है और आपका बिजली बिल बढ़ता है।