राजेंद्र बिल्लौरे, हरदा।
आज के दौर में जब पराए धन और पैसों पर बड़े लोगों की भी नीयत खराब हो जाती है तब एक सिक्योरिटी गार्ड जैसे कार्य करने वाले सामान्य से इंसान ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। जिले के एक सिक्योरिटी गार्ड ने सड़क पर 10 हजार रुपए से भरे मिले लावारिस झोले को उसके मालिक को लौटाकर बताया कि ईमानदारी अभी जिंदा है।
लावारिस मिला रुपयों से भरा बैग –
जानकारी के अनुसार हरदा शहर के पिंक एवेन्यू कालोनी के सिक्युरिटी गार्ड सुनील भवरे को इंदौर रोड़ स्थित माँ शारदा विद्या पीठ स्कूल के पास सड़क पर पैसे से भरा झोला मिला था।जिसमे कुछ दस्तावेज के साथ 10 हजार रुपए थे। लेकिन इस लावारिस हालत में में मिले पैसों के प्रति उसके मन में कोई लालच नहीं आया। बल्कि उसने इसे वाजिब मालिक तक पहुंचाने का निर्णय लिया।
बैतूल के झिंझरी के रहने वाले थे दम्पति
उन्होंने जब सड़क पर पड़े झोले को चेक किया तो उसमें दस्तावेज में आधार कार्ड, बैंक पास बुक व बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र के साथ 10 हजार रुपए थे।उन्होंने मिले पैसे को लौटाने के लिए तलाश शुरू की तो कुछ देर बाद सड़क पर झोले को ढूंढने एक महिला ओर बच्ची सड़क पर झोले को ढूंढ रहे थे।
इस दौरान सुनील भवरे ने उनसे पूछा कि आप क्या देख रहे तब उन्होनें कहा कि उनका झोला गिर गया है जिसमे उनके 10 हजार रुपए ओर कुछ दस्तावेज है।तब सिक्युरिटी गार्ड सुनील भवरे ने उस आधार पर बैतूल के झिंझरी गांव के निवासी होना बताया। तब झोले के साथ उनके 10 हजार रुपए लौटा कर ईमानदारी का परिचय दिया है।