हृदयभूमि पुणे।
पुलिस ने ब्लड सैंपल में गड़बड़ी कर आरोपी को बचाने लिए गए तीन लाख रुपए डॉक्टर से बरामद करने से मेडिकल व्यवस्था का एक शर्मनाक मामला सामने आया है। आरोपियों के ऐसे कृत्य से लोगों का मेडिकल व्यवस्था से भरोसा उठने की आशंका है। बताया जाता है कि एक नाबालिग आरोपी को बचाने के लिए की यह डील हुई थी।
जानकारी के अनुसार पॉर्श कार से हुए एक्सीडेंट में एक लड़की और लड़के की मौत हो गई थी। आरोपी नाबालिग लड़के को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया था। जहां उसे बचाने के लिए तीन लाख रुपए की डील कर ब्लड सैंपल बदल दिया।
–डीएनए से पता चला –
पुलिस को ब्लड सैंपल के साथ छेड़छाड़ की भनक तब लगी जब आरोपी का DNA टेस्ट होने पर दोनों सैंपल अलग पाए गए। यह रकम पुलिस ने जब्त कर ली है। पुणे पुलिस कमिश्नर ने बताया कि फोरेंसिक विभाग के प्रमुख और अस्पताल के एक अन्य डॉक्टर को सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
क्या है नई जानकारी?
पुणे पुलिस ने इस मामले पर एक प्रेस कांफ्रेस कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे। पुलिस ने बताया अस्पताल में सैंपल लेने वाले डॉ हैलनोर ने ब्लड सैंपल में हेरफेर की थी। डॉ. हैलनोर ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने ऐसा एचओडी अजय तवारे के कहने पर किया था। इसके लिए 3 लाख रुपए भी दिए गए थे।
पुलिस ने जानकारी दी कि सैंपल बदलने के आरोप में नाबालिग के पिता को भी आरोपी बनाया गया है। वह डॉ अजय तवरे के सीधे संपर्क में थे। अस्पताल के किसी अन्य पदाधिकारी के अलावा किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस कमिश्नर ने अमितेश कुमार ने कहा कि हम अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज भी देख रहे हैं। अभी इस मामले में धारा 120 (बी), 467 जालसाजी और 201, 213, 214 सबूत नष्ट करने की धाराएं जोड़ी गई हैं।