हृदयभूमि स्पेशल रिपोर्ट –
इस साल रोहिणी नक्षत्र के आते-आते तापमापी के पारे ने जमकर उछाल मारने का खेल शुरू कर दिया। अब तक जो मौसम वैज्ञानिक 50 डिग्री सेल्सियस का तापमान अधिकतम मानते आए थे, अब इसमें कुछ ऐसा इजाफा हुआ कि कई महानगरों में यह उछलकर 50 से काफी पार चला गया। जानकारी के अनुसार देश के ऐसे 78 महानगर हैं जहां गर्मी की तपन से जनजीवन बुरी तरह झुलस गया है। यहां ठंडे माने जाने वाले शहरों और प्रदेशों में भी यह उछाल मारकर 52.3 और राजस्थान जैसे गर्म राज्य में 55 तक जा पहुंचा। हालात यह रहे कि बार्डर पर तैनात एक सैनिक की तो जान ही निकल गई।
क्यों बढ़ गया यह पारा-
दरअसल इस भीषण गर्मी का कारण कटते पेड़ और पर्यावरण नियमों की उपेक्षा सबसे प्रमुख है। वहीं घरों और आफिसों में चलने वाले चलने वाले एयर-कंडीशनर भी खास है। लोहा और सीमेंट-कांक्रीट से बनी इमारतों के तपने की धमस और एसी के जरिए भीतरी कक्षों से बाहर फेंकी गई गरम हवा ने एकाएक पारे को उछाल दिया है। गर्मी के इस दौर में धूप और गर्म हवा से बचने के अलावा पहनावे और खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।