प्रदीप शर्मा संपादक
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने की यह पूर्व रात्रि विपक्षी दलों के नेताओं को सचमुच अंतिम और बड़ी भारी है। वो इसलिए क्योंकि 1 जून को अंतिम चरण का मतदान होते ही इसके तमाम युवा नेता टीवी मीडिया के एक्जिट पोल पर आरोप लगाते हुए भाग निकले। बीते दो महीने से यही युवा एक बूढ़े शेर को हराने के लिए हर वह दाव खेल रहे थे जिससे उन्हें मिली-जुली जीत मिल जाए। मगर अब ये सभी के सभी पात्र राजनीति के रंगमंच से एकाएक नदारद हो गए। आज की यही रात उनके लिए भारी रहेगी।
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए यह रात होगी आगामी सौ दिनों का प्लान बनाकर देशवासियों को रिजल्ट देने के लिए। इसलिए वे भी योजनाओं को मूर्त रूप देते हुए कुछ पल विश्राम भी करेंगे। सन 2024 का लोकसभा चुनाव सचमुच इस मायने में भिन्न रहा कि पक्ष और विपक्ष से लेकर तमाम देशी-विदेशी मीडिया और बड़े विश्लेषकों ने मान लिया था कि आएगा तो मोदी ही।