
हरदा। अपने आसपास पैदा होने वाली झाड़ी बेशरम या बेहया औषधिक क्षेत्र में अत्यंत चमत्कारी है बेशरम।। अपने क्षेत्र प्राकृतिक रूप से लगने वाली ऐसी अनेक वनस्पतियों के महत्व से अनेक लोग अन्जान हैं, जबकि हमारे पूर्वज इनका महत्व और उपयोग बखूबी जानते थे। तो जान लें घुटने के लिंगामेंट में हरदा क्षेत्र के पर्यावरणविद एवं वृक्षमित्र सुनील दुबे बताते हैं कि उन्होंने घुटने के लिंगामेंट में तकलीफ दौरान इसका सफल उपयोग किया है।

श्री दुबे ने बताया कि किसी वाहन दुर्घटना में या किसी अन्य प्रकार की चोट से सूजन और दर्द हो, घुटने के लिगामेन्ट ब्रेक हो गए हो इसमें बेशरम के पत्तो का चमत्कार देखने को मिल जाएगा।
जानें कैसे 👇 उपयोग की सामग्रियां ।
(1) बेशरम के ताजे पत्ते
(2) सरसों का तेल
(3) कागज
(4) बांधने के लिए क्रेप बेनडेज
(5) तवा
(6) साथ में इलाज पर अटूट विश्वास।
उपयोग की विधि 👇
बेशरम के पत्तो को तोड़ कर साफ कर ले। इसके बाद इन पत्ते पर सीधी तरफ सरसों का तेल लगा कर गैस जलाकर तवे को गर्म कर फिर पत्ते गर्म कर ले। अब उस जगह पर रखें जहां दर्द हो रहा है। इसके ऊपर कागज रखकर क्रेप बैंडेज से पट्टी बांध लें। पहली बार में एक घंटे में ही दर्द में राहत होने लगेगी। यह दिन में तीन बार इसी प्रकार उपयोग कीजिए। दर्द रफूचक्कर हो जाएगा। बस घुटने में चोट लगी है तो पैर मोड़ने से बचें। इस प्रकार घुटने के
लिगामेन्ट अपनी जगह ले लेते हैं।
– आपको बता दें कि वृक्षमित्र के नाम से विख्यात सुनील दुबे को सर्वाधिक पौधरोपण के मामले में अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। वे विभिन्न संस्थाओं के परिसर में पौधरोपण करते समय संस्था के स्टाफ को उस पौधे का महत्व बताते हुए उसका पालन व संरक्षण करने की सलाह देते हैं ।
