#एलन मस्क : कैश-ला के आने से भारत के कार बाजार में क्यों आएगा बूम
अब हर परिवार में कैसे आएगी एक फोर व्हीलर
प्रदीप शर्मा संपादक
जी हां देश और दुनिया के बड़े कारोबारियों में एलन मस्क का नाम काफी जाना-पहचाना है। इस नाम के अलावा भारतवर्ष में एक और सबसे बड़े उद्योगपति हैं जिनके परिवार के बेटे की शादी में इतना खर्च हुआ था कि शायद हमारे एक-दो पड़ौसी मुल्क की अर्थव्यवस्था भी पीछे रह जाए।
वे उद्योगपति भी मस्क साहब के सामने आने का विचार भी न करें। हम यहां चर्चा कर रहे हैं दुनिया के सबसे जाने पहचाने उद्योगपति एलन मस्क साहब की। जिनके एक स्ट्रोक से भारत के कार बाजार में एक बड़ी क्रांति आने वाली है, इसे पढ़ें विस्तार से।

तो बात हो जाए पहले एलन मस्क की
सुना या पढ़ा है कि “सदियों में कोई पैदा होता है एक दीदावर” वरना आसमां से उड़ जाते हैं कई पंछी वीराने।
एलन मस्क साहब ने उद्योग जगत में क्या किया है और वे कितने बड़े उद्योगपति हैं यह मेरे लिए बताना संभव नहीं है। उन्हें जानने के लिए सिर्फ इतना समझना काफी है कि दुनिया के एक बड़े ताकतवर देश के राष्ट्रपति के चुनाव में पूरा खर्च स्वयं उठाकर वहां की व्यवस्था को परोक्ष रूप से हासिल कर चुके हैं। वह “ऊगल” के भी मालिक हैं।
चाहें तो आप सभी बंधु “विकीपीढ़ी” या *ऊगल* को खंगाल लेना। यहां हम बात कर रहे हैं उस क्रांति की जहां न पहुंचे *ऊगलकार* या विकीपीढ़ीकार
क्या होगा मस्क की टे-एस्ला से-
मित्रों हम तो यहां चर्चा कर रहे हैं उस टेस्ला कार की जिसकी खूबियों की चर्चा देश व दुनिया में खूब हो रही है। जिससे फोरव्हीलर बाजार बड़ी क्रांति आने की संभावना है।दरअसल ये कोई कार वार नहीं बल्कि एक सपना है। फिर भी दिखाने के लिए काफी है। दुनिया की इस सबसे महंगी कार के हिंदुस्तान में आने से क्या होगा। सही बात यह है कि मस्क एक बड़े चतुर खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपने सर्वेक्षण में यह जान लिया है कि हिंदुस्तान में 85 हजार से अधिक लोग करोड़पति हैं। बस अपनी महंगी कार बेचने के लिए इतना बाजार काफी है।
बाकी लोग जो हैं तो करोड़पति मगर रिकार्ड में नहीं यानी ऐसे उद्यमी भी अपनी शान की खातिर इसे अपने बाड़े में लाएंगे।
टेस्ला से आएगी क्या क्रांति –
केस्ला कार के आने से बड़े उद्योगपतियों और लखपतियों की जमात में बड़ी होड़ तो मचेगी ही। उसका एक “साइड इफेक्ट” भी होगा। वो यह कि जिन परिवारों के पास पुरानी कारें कहें, वे उन्हें औने-पौने दाम पर बेचकर अपनी शान की सवारी एस-ला ले लेंगे।
और भंगार में गई ये पुरानी कारें हर छोटी क्षमता वाले परिवारों के पास होंगी।
है न मुस्क का यह जादुई खेल। आगे भी कई मुश्क सकेंगे ये श्रीमान
(इस बारे में हम आगे भी विस्तार से लिखेंगे यह हमारा वादा है)
