प्रतिबंधित फॉरेक्स ट्रेडिंग में धड़ल्ले से कैसे चल रहा भोपाल के माफिया का काला धंधा
यह खबर नहीं बल्कि राज है, उठेगा काले धंधे से पर्दा

*हृदयभूमि स्पेशल*
मध्यप्रदेश की राजधानी में सीएम हाउस के ठीक पीछे लेक व्यू पर एक बड़े होटल में सेमिनार के नाम पर बड़े पैमाने पर चल रहा है ठगी का खेल। इसके झांसे में आकर लोग लाखों गंवा रहे हैं। यदि राजधानी भोपाल में खुल्लम-खुल्ला चल रहे ऐसे धंधों पर किसी जिम्मेदार अफसर या नेता की नजर नहीं है। तो मामला बड़ा संगीन है कि किस तरह ये लोग देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा खतरा हैं। आगे जानते हैं विस्तार से –
*भारतीय अर्थव्यवस्था को हिलाने की नापाक कोशिश-*
जी हां यहां मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रहे इन खेलों में ‘इंडियन करैंसी’ को बदलकर यूएसडीटी से विदेश यानी दुबई भेजा जा रहा है। मगर जिम्मेदार अधिकारियों के कान खड़े नहीं हुए।
*हवाला का नया रूप-*
आप सोच रहे होंगे कि इतना बड़ा काम कैसे होता है तो हम इससे भी पर्दा हटा देते हैं कि यह काले कारनामे D centralized volet’s के माध्यम से होते हैं। ताकि ये बड़े ट्रांजैक्शंस सरकार की नजर में ना आए। तो होता यह है कि आम लोगों को 10 % का झांसा देकर इनसे कराए करोड़ों रुपए जमा कराकर यही पैसा बाहर भेज दिया जाता है। भारत सरकार को इसकी कानोंकान खबर भी नहीं लगती।
*कैसे हुआ खेल-*
जल्द अमीर बनने की चाहत के झांसे में आने वाले लोगो को मनी सर्कुलेशन में फंसा कर पूरे देश को फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए लूटने के काम में लगे है। अभी इनका नेटवर्क मध्य प्रदेश में जबरदस्त सक्रिय है। जिसमें बहुत बड़ा स्कैम किया है। ये लोग हर माह 6 से 15 प्रतिशत ब्याज देने का लालच देकर एजेंटों ने करोड़ों रूपए लोगों से इन्वेस्ट कराते हैं। इसमें सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों और आम आदमी तक शामिल हैं। इनके दिखाए बड़े सपनों के झांसे में आकर आम आदमी अपना मकान दुकान जमीन और घर की महिलाओं के जेवर भी गिरवी रख कर इनके प्लान में पैसा लगाते हैं। अब वे बदनामी डर से कुछ नहीं बोल रहे। हां पहचान छिपाने की शर्त पर उन्होंने कई राज भी खोले।
*इंदौर की एसटीएफ ने की कार्रवाई-*
कुछ दिनों पहले इंदौर की एसटीएफ ने इसमें एक मामला दर्ज भी किया है। जिसमें जांच जारी है। मगर अब जांच में आने पर लोगों से न उगलते बन रहा और न ही निगलते। फिर भी आने वाले दिनों ऐसे सभी लोगों के चेहरों से नकाब हटेगा, इतना तय है। यहां बता दें कि दुबई में बैठे इसके सरगना लवीश चौधरी के खिलाफ टीम को कई सुराग मिले हैं। इस इन्वेस्टीगेशन में पता चला है कि गिरोह का मुखिया नवाब अली जो कल तक थ्रो रॉयल बास्केट नाम से एक प्रोविजन स्टोर चलाता था। आज दुबई में लवीश चौधरी के सबसे पोश एरिया में रह रहा है। सरगना के सबसे खास और मध्यप्रदेश में इसके हेड एजेंट निलेश पाठक है। इसने अपनी बेटी के नाम करोड़ों रुपए जगह-जगह इन्वेस्ट किए हैं। इसकी उम्र मात्र 2-3 साल है मगर उसके पास कई गाड़िया है।
सरगना ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति भी बनाई है। वैसे इसके पूरे शहर में कई प्रॉपर्टी है। लेकिन भोपाल में मुख्य निवास अयोध्या बाईपास पर वृंदावन कॉलोनी के पास लेक से लगी हुई कॉलोनी में है।
