प्रदीप शर्मा संपादक
लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री एवं भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने वायनाड में प्रचार करते हुए साफ कहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आप पर भरोसा नहीं है। वे इसके बाद उत्तर प्रदेश में भाग्य आजमाने का प्रयास करेंगे। यदि वहां सफल हो गए तो राहुल इस सीट को छोड़ देंगे। इसके बाद गत दिवस हुआ भी वही जो मोदी ने वायनाड में कहा था।
मेहनत के बाद भी नेपथ्य में प्रियंका
सो मोदी की भविष्यवाणी अनुसार विगत दिवस कांग्रेस पार्टी ने उत्तर भारत के बाद अब दक्षिण संवारने के लिए प्रियंका वाड्रा को वायनाड से उतारने का फैसला कर लिया है। नई रणनीति के अनुसार अब राहुल गांधी रायबरेली में जीत के बाद उत्तर प्रदेश सहित नार्थ ज़ोन की कमान संभालेंगे। जबकि प्रियंका को उस दक्षिण क्षेत्र की कमान सौंपी जाएगी जहां मोदी ने लगातार काम कर भाजपा को मुख्यधारा में ला दिया है। सीधी सी बात है कि राहुल को फ्रंटशीट पर रखा जा रहा है जबकि असल मेहनत प्रियंका कर रही हैं।
यूपी छोड़ चुके थे राहुल
लोकसभा चुनाव 2019 के बाद से लगातार उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी सक्रिय रही थीं। हालांकि, उन्हें अधिक सफलता नहीं मिल पाई। यूपी चुनाव के बाद यूपी प्रभारी पद से उन्हें हटाया गया। अब उन्हें वायनाड भेजा जा रहा है। वह राहुल गांधी की खाली होने वाली वायनाड लोकसभा सीट से पहली बार चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी दक्षिण भारत पर फोकस करेंगी। वहीं, राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ाएंगे। इससे अब उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े बदलाव आने की संभावना है।