राहुल के बाद दिग्गी के आगमन पर भी नदारद रहे नवागत कांग्रेस नेता
मकसद, चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को हराना भर था
प्रदीप शर्मा संपादक
विधानसभा चुनाव 2023 के मौके पर ऐन समय भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस में आए पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुरेंद्र जैन के इस नई पार्टी में अधिक सक्रियता नजर नहीं आई है। दरअसल राज्य विधायिका के चुनाव में उनका मकसद केवल हरदा सीट पर भाजपा को हराना था। यही वजह थी कि भाजपा से इस्तीफा देने के बाद भोपाल पहुंचकर पूर्व पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस में प्रवेश लेने के बाद उन्होंने दल की किसी भी गतिविधि में विशेष रुचि नहीं दिखाई। यहां तक कि ठीक बाद सिराली में हुई पार्टी की बड़ी आमसभा में संबोधित करने आए राहुल गांधी के कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने केवल हरदा सीट पर भाजपा प्रत्याशी को हराने पर ध्यान केंद्रित रखा। इसके अतिरिक्त नई पार्टी की किसी भी गतिविधि में वे कभी सक्रिय नजर नहीं आए। गत दिवस स्थानीय घंटाघर चौक पर आयोजित धरने में आए पार्टी के बड़े नेता दिग्विजय सिंह और मीनाक्षी नटराजन से मिलने में भी उनकी दिलचस्पी नजर नहीं आई। कुछ लोग उनकी दल में इस अरुचि को लेकर अनेक कयास लगा सकते हैं।