हृदयभूमि, हरदा।
जिला मुख्यालय हरदा का बस स्टैंड असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है। यहां यात्री महिलाओं के साथ अभद्र बर्ताव, यात्रियों से लूट-खसोट होना आम है। रात्रि के समय यहां यात्रियों का रखवाला भगवान ही है। रात में तो लोगों के मोबाइल और बैग आदि की छीनाछपटी होती है। पीड़ित लोग इसकी शिकायत करने से कतराते हैं। पुलिस को फोन भी करें तो पुलिस टीम के वहां पहुचने के पहले ही वह रफूचक्कर हो जाते हैं। इस कारण ऐसे शरारती तत्वों के हौसले बुलंद हैं।
वर्षों से अधर में है प्रस्ताव –
कुछ वर्षों पूर्व तत्कालीन आईजी जी जनार्दन ने यहां पुलिस चौकी शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। जिले में ऐसी पांच चौकियां मंजूर भी हुईं। किंतु इनकी शुरुआत नहीं हुई। यही वजह है कि हरदा बस स्टैंड पर सुरक्षा का अभाव होने से यात्रियों का जान-माल खतरे में है।