प्रदीप शर्मा हरदा।
आपने कभी देखा है गिरगिटों को रंग बदलते, नहीं देखा हो तो यह मौका सामने आ रहा है। इसमें तरह-तरह की वैरायटी वाले गिरगिट रंग बदलते दिखाई देंगे। आपको बता दें कि इन सभी गिरगिटों की अपनी-अपनी खूबियां हैं, और इनकी ब्रांडिंग भी खास है। और ये भी कि ये सभी एक टाईम विशेष पर ही नजर आते हैं। इनके रंग बदलने की अदा भी इतनी निराली होती है कि इसे देख असली भी शरमा जाए।
बहरहाल आपने भी यदि गिरगिट मेला देखने का मन बना लिया हो तो पहले यह जान लें कि ये दो प्रकार के होते हैं एक असली, दूसरा नकली।
असली गिरगिट का रंग बदलना उसका दुर्गुण नहीं है। यह बेचारा अपने-आपको दुश्मनों से बचाने के लिए रंग बदलकर छिप जाता है। इसे देखना हो तो इसके लिए बाग-बगीचे, उद्यान और जंगल ठीक जगह होती है।
जबकि दूसरी वैरायटी के गिरगिट वे होते हैं जो दूसरों को धोखा देने के लिए अपना रंग बदल लेते हैं। तो इसी वैरायटी के गिरगिटों का समय आ गया है। यदि आप इस गिरगिट मेले का आनंद लेने जा रहेे रहे हैं तो शौक से जाएं। मगर इनसे जरा सावधान रहना। क्या पता इनका इनका कौन सा रंग, आपको भी अपने रंग में न रंग डाले। इनके इसी रंग ने कई बार राजनीति में भंग भी डाली है। सो इस कमाल से बचके रहना।