विधानसभा के चुनाव को लेकर हरदा सीट पर राजनीतिक दलों में दावेदार सामने आने लगे हैं। मगर पार्टी लेवल से ऐलान न होने से उहापोह की स्थिति है।
हैरानी यह कि ढाई दशक से एक मौका डाॅ. आरके दोगने का छोड़ दें तो यहां भाजपा ही विजयी रही। इस एकतरफा सीट पर कांग्रेस में पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण पंवार, पूर्व विधायक आरके दोगने, युवक कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुश्री अवनी बंसल के बाद इंदौर की श्वेता का नाम दावेदारों में है।
इसमें सर्वाधिक गंभीर दावेदार डॉ. दोगने और जुझारू नेता श्री पंवार का नाम चर्चा में है।
पंवार के जन्मदिन पर हुए कार्यक्रम डॉ. दोगने की कांवड़ यात्रा को शक्ति प्रदर्शन माना गया। इसके उलट युवानेत्री अवनी बंसल बेफिक्र सक्रिय हैं।
किंतु कृषिमंत्री बनकर कमल पटेल ने जिस तरह भाकियू के आंदोलन की मध्यप्रदेश में हवा निकालकर किसान नेता की छवि बनाई है। उसे देखकर कांग्रेस को किसी सशक्त दावेदार को सामने लाना होगा।