हरदा। विधानसभा चुनाव में एक बार निर्दलीय को विजयी बना चुकी टिमरनी विधानसभा सीट का रुझान भी इस बार कुछ ऐसा ही नजर आता है। जयश उम्मीदवार रमेश मर्सकोले को मिल रहे समर्थन से बड़े दलों की चिंता बढ़ गई है।
इन दिनों आदिवासी बहुल सीट टिमरनी पर सियासी घमासान तेज हो गया है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के साथ जयश प्रत्याशी रमेश मसकोले के बीच कड़ा मुकाबला बना हुआ है। इस त्रिकोणीय मुकाबले में श्री मसकोले को वनांचल के साथ शहरी इलाकों में में भी समर्थन मिल रहा है उससे बड़े दलों की चिंता बढ़ गई है। यहां श्री मसकोले एक सूत्रीय अभियान चलाकर बता रहे हैं कि आमजन की समस्याओं को इन्हीं के बीच का प्रत्याशी समझ सकेगा। बड़े राजघराने के उम्मीदवार केवल बड़ों की सुनवाई करेंगे। गत दिवस उन्होंने ग्राम पोखरनी, चारखेड़ा, मालोना, बरकला, निमाचा खुर्द में जनसंपर्क किया। इस दौरान ग्राम की महिलाओं ने आरती उतारकर तिलक लगाकर स्वागत किया। वहीं बुजुर्गों और युवाओं का भी जन समर्थन मिला।